सावन में ये 10 मंत्र दिलाएंगे भोलेनाथ का आशीर्वाद
सावन 2024: Sawan 2024: सावन महीने की
शुरुआत मंगलवार 4 जुलाई 2023 से हो रही है और इसका समापन 31 अगस्त को होगा. इस बार सावन में अधिकमास लगा है, जिस कारण सावन दो महीने का होगा. इसमें अधिकमास की अवधि 18 जुलाई से 16 अगस्त तक रहेगी.
सावन महीने में शिवजी की पूजा, जलाभिषेक के साथ ही सोमवारी व्रत का विशेष महत्व होता है. सावन में पड़ने वाले प्रत्येक सोमवार को व्रत रखने का विधान है. आमतौर पर सावन में सोमवारी व्रत की संख्या 4-5 होती है. लेकिन इस बार अधिकमास लगने के कारण सावन में कुल 8 सोमवार पड़ेंगे, जिसमें 4 सावन और 4 अधिकमास के होंगे.और अगर इन सभी सोमवार को आप सभी
सावन महीना को बुद्धि, ज्ञानवृद्धि, ऐश्वर्य, धन, सुख-सौभाग्य की प्राप्ति और सर्वव्याधि नाश के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. इस माह शिवलिंग पर दुग्ध या जल की निर्मल धारा से अभिषेक करते हुए इन मंत्रों का जाप करें. इन शक्तिशाली व चमत्कारी शिव मंत्रों के जाप से भाग्योदय होगा और शिव की असीम कृपा प्राप्त होगी.
सावन 2024: शिवजी के 10 मंत्र (Lord Shiva Mantra)
Sawan 2024: शिवजी के प्रिय और पवित्र माह सावन के शुरू होते ही चारों ओर माहौल भक्तिमय हो गया है. सावन महीने में शिवजी के मंत्रों का जाप करना बहुत लाभकारी होता है और इससे महादेव प्रसन्न होते हैं.
Sawan 2024: बदल जाएगी किस्मत, चमक जाएगा भाग्य! सावन में ये 10 मंत्र दिलाएंगे शिव का आशीर्वाद
सावन 2024
Sawan 2024, Lord Shiva Mantra Jaap:
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सावन महीना को बुद्धि, ज्ञानवृद्धि, ऐश्वर्य, धन, सुख-सौभाग्य की प्राप्ति और सर्वव्याधि नाश के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. इस माह शिवलिंग पर दुग्ध या जल की निर्मल धारा से अभिषेक करते हुए इन मंत्रों का जाप करें. इन शक्तिशाली व चमत्कारी शिव मंत्रों के जाप से भाग्योदय होगा और शिव की असीम कृपा प्राप्त होगी.
सावन 2023: शिवजी के 10 मंत्र (Lord Shiva Mantras
‘ॐ नम: शिवाय’
‘नम: शिवाय’ मंत्र पांच तत्वों (पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि और आकाश) का प्रतिनिधि करता है. इस मंत्र के जाप से भगवान शिव भक्तों पर कृपा बरसाते हैं और इस मंत्र का जाप करने से मानसिक शांति भी प्राप्त होती है.
‘ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥‘
यह ‘महा मृत्युंजय’ मंत्र है. इसे मृत संजीवनी मंत्र कहा जाता है. यह शिवजी के शक्तिशाली मंत्रों में एक हैं, जिसकी रचना रचना मृकण्ड ऋषि के पुत्र मार्कंडेय ऋषि ने की है. सावन में इस मंत्र का जाप करने से अकाल मृत्यु और रोग का भय दूर हो जाता है.
‘ॐ नमो भगवते रुद्राय’
सावन महीने में इस मंत्र का जाप करने वाले भक्त को भय से मुक्ति मिलती है और भगवान शिव को प्रसन्न होते हैं.
‘ॐ हं हं सह:’
सावन में सौभाग्य की प्राप्ति के लिए इस मंत्र का जाप जरूर करें. इससे शिव की कृपा, शक्ति और प्रसिद्धि प्राप्त होती है.
‘ॐ नमः शिवाय व्योमकेश्वराय’
सावन में शिवजी के भक्तों को इस मंत्र का जाप करना बहुत लाभकारी होता है. इस मंत्र के जाप से आत्मिक उन्नति और सर्व-शक्ति प्राप्ति का फल मिलता है.
‘ॐ पार्वतीपतये नमः’
शिवजी मां गौरी के पति हैं. इसलिए शिवजी को ‘पार्वतीपतये’ कहा जाता है. यह मंत्र देवी पार्वती के नाम से जुड़ा है. इसलिए इसके जाप से शिवजी शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं.
‘ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्’
इस मंत्र में भगवान शिव के साथ ही हनुमान की स्तुति की गई है. सावन माह में इस मंत्र का जाप करने वाले को सभी बाधाओं और दुखों से मुक्ति मिलती है.
‘ॐ शंकराय नमः’
सावन में शिवजी की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए आप इस मंत्र का जाप जरूर करें. खासकर अघोरी और तांत्रिक साधना वाले शिव भक्त इस मंत्र का करते हैं.
‘ॐ नमः शिवाय गङ्गाधराय’
सावन
में इस मंत्र का जाप करने से जीवन में धैर्य और सहनशीलता बढ़ती है .
‘ॐ नमः शिवाय शान्ताय’
इस मंत्र का जाप करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और भक्त चिंता से मुक्ति जीवन जीते हैं.
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