Shani Stuti: शनिवार को इस विधि से करें शनि स्तुति, शनि दोष की मुक्ति के लिए करे शनि स्तुति

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  Shani Stuti:  शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित है। इनको न्याय और कर्मफल के दाता कहा जाता है। जो लोग इस दिन विधि विधान से शनिदेव की पूजा करते हैं उनके जीवन में सफलता और सुख-समृद्धि आती है। आइए जानते है शनि स्तुति और इसका महत्व। शनि देव स्तुति नम: कृष्णाय नीलाय शितिकण्ठ निभाय च । नम: कालाग्निरूपाय कृतान्ताय च वै नम: ॥ नमो निर्मांस देहाय दीर्घश्मश्रुजटाय च । नमो विशालनेत्राय शुष्कोदर भयाकृते।। नम: पुष्कलगात्राय स्थूलरोम्णेऽथ वै नम: । नमो दीर्घाय शुष्काय कालदंष्ट्र नमोऽस्तु ते ॥ नमस्ते कोटराक्षाय दुर्नरीक्ष्याय वै नम: । नमो घोराय रौद्राय भीषणाय कपालिने ॥ नमस्ते सर्वभक्षाय बलीमुख नमोऽस्तु ते । सूर्यपुत्र नमस्तेऽस्तु भास्करेऽभयदाय च ॥ अधोदृष्टे: नमस्तेऽस्तु संवर्तक नमोऽस्तु ते । नमो मन्दगते तुभ्यं निस्त्रिंशाय नमोऽस्तुते ॥ तपसा दग्ध-देहाय नित्यं योगरताय च । नमो नित्यं क्षुधार्ताय अतृप्ताय च वै नम: ॥ ज्ञानचक्षुर्नमस्तेऽस्तु कश्यपात्मज-सूनवे । तुष्टो ददासि वै राज्यं रुष्टो हरसि तत्क्षणात् ॥ देवासुरमनुष्याश्च सिद्ध-विद्याधरोरगा: । त्वया विलोकिता: सर्वे नाशं यान्ति समूलत: ॥ प्रसाद कुरु...

सावन में कर लीजिए ये उपाय, मानसिक रोग से और तनाव छू मंतर हो जाएगा

 






Sawan 2023: मानसिक विकार रोग का एक ऐसा प्रकार है, जिसमें ना केवल रोगी व्यक्ति बल्कि पूरा परिवार एक ट्रौमा और डिप्रेशन में रहता है. ऐसे व्यक्ति की स्पेशल केयर लेनी पड़ती है. कभी-कभी तो ऐसा इंसान एक छोटे बच्चे की तरह बर्ताव करने लगता है. उसे छोटी से छोटी बात समझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है.

कोई भी व्यक्ति जो मानसिक रोग से पीड़ित है, इस पवित्र मास में कौन से उपाय करें जिससे उसके कष्टों में कमी आए, आईये जानते है.




1.टेंशन-डिप्रेशन होने पर सोमवार और पूर्णिमा की रात्रि को चंद्र देव को देखकर ‘ऊँ सों सोमाय नम:’ मंत्र का जाप 108 बार जाप करें. साथ ही चावल, दूध, मिश्री, चंदन लकड़ी, चीनी, खीर, सफेद वस्त्र, चांदी आदि वस्तुओं का दान करने से लाभ मिलता है.

2.हर दिन अंगूठे और पहली उंगली यानी इंडैक्स फिंगर के पोरों को आपस में जोडने पर ज्ञान मुद्रा बनती है. इस मुद्रा को रोज दस मिनट करने से मस्तिष्क की दुर्बलता समाप्त हो जाती है.

3.किसी भी तरह की चिंताओं से मुक्ति पाने के लिए नित्य सुबह सूर्यदेव को तांबे के लौटे में जल, लाल चन्दन, अक्षत, गुड़ तथा लाल पुष्प डालकर अर्घ्य दें और उनसे अपनी परेशानियों को दूर करने के लिए प्रार्थना करें.

4.बुधवार के दिन 1 नारियल नीले वस्त्र में लपेटकर किसी भिखारी को दान करें.

5.जैसे ही कोई तनाव उत्पन्न हो, एक लोटे में पानी लेकर उसमें चार लालमिर्च के बीज डालकर अपने ऊपर सात बार वार लें और इसके बाद घर के बाहर सड़क पर फेंक दीजिये.

6.रोज हनुमान जी का पूजन करें, हनुमान चालीसा का पाठ करें. प्रत्येक शनिवार को शनिदेव को तेल चढाएं. एक जोड़ी चप्पल किसी गरीब को दान करें.

7.भय, चिंताओं और मानसिक परेशानियों को दूर करने के लिए कपूर का एक छोटा सा उपाय अवश्य ही करें. आप जिस कमरे में सोते हों, उस कमरे में कपूर का एक लैंप जलाएं. अगर घर पर कपूर का लैम्प ना हो तो वैसे ही किसी भी दिये या बर्तन में कपूर जला दिया करें. इससे समस्त भय दूर होते है, परेशानियों से छुटकारा मिलता है और परिस्थितियां अनुकूल होने लगती हैं.


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