कुंडली में शनि की स्थिति तय करती है, आप राजा बनेंगे या रंक चलिए जानते हैं । कैसे ?

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 शनि ग्रह कुंडली के 12 घरों में से किसी भी घर में स्थित हो सकते हैं। जिस घर में शनि होते हैं, वहां उस घर के प्रभावों पर विशेष रूप से उनका असर होता है। कुंडली के प्रत्येक घर का अपना महत्व होता है, और शनि की उपस्थिति उस घर से संबंधित क्षेत्रों पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। यहां 12 घरों में शनि की उपस्थिति का सामान्य प्रभाव दिया गया है: 1. **पहला घर (लग्न भाव)**      शनि यहां होने पर व्यक्ति गंभीर, मेहनती और स्थिर स्वभाव का होता है, लेकिन कभी-कभी आत्मविश्वास में कमी और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। 2. **दूसरा घर (धन भाव)**      शनि दूसरे घर में होने पर धन की स्थिरता और आय में देरी हो सकती है, लेकिन धैर्य से काम करने पर धन संचित होता है। परिवार से संबंधों में कुछ दिक्कतें हो सकती हैं। 3. **तीसरा घर (पराक्रम भाव)**      इस घर में शनि व्यक्ति को साहसी और मेहनती बनाता है, लेकिन भाई-बहनों से कुछ दूरी हो सकती है। यात्रा और लेखन से जुड़े कार्यों में सफलता मिल सकती है। 4. **चौथा घर (सुख भाव)**      शनि चौथे घर में होने पर घर, वाहन, और संपत्ति से जुड़े मामलों में देरी हो

सावन में कर लीजिए ये उपाय, मानसिक रोग से और तनाव छू मंतर हो जाएगा

 






Sawan 2023: मानसिक विकार रोग का एक ऐसा प्रकार है, जिसमें ना केवल रोगी व्यक्ति बल्कि पूरा परिवार एक ट्रौमा और डिप्रेशन में रहता है. ऐसे व्यक्ति की स्पेशल केयर लेनी पड़ती है. कभी-कभी तो ऐसा इंसान एक छोटे बच्चे की तरह बर्ताव करने लगता है. उसे छोटी से छोटी बात समझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है.

कोई भी व्यक्ति जो मानसिक रोग से पीड़ित है, इस पवित्र मास में कौन से उपाय करें जिससे उसके कष्टों में कमी आए, आईये जानते है.




1.टेंशन-डिप्रेशन होने पर सोमवार और पूर्णिमा की रात्रि को चंद्र देव को देखकर ‘ऊँ सों सोमाय नम:’ मंत्र का जाप 108 बार जाप करें. साथ ही चावल, दूध, मिश्री, चंदन लकड़ी, चीनी, खीर, सफेद वस्त्र, चांदी आदि वस्तुओं का दान करने से लाभ मिलता है.

2.हर दिन अंगूठे और पहली उंगली यानी इंडैक्स फिंगर के पोरों को आपस में जोडने पर ज्ञान मुद्रा बनती है. इस मुद्रा को रोज दस मिनट करने से मस्तिष्क की दुर्बलता समाप्त हो जाती है.

3.किसी भी तरह की चिंताओं से मुक्ति पाने के लिए नित्य सुबह सूर्यदेव को तांबे के लौटे में जल, लाल चन्दन, अक्षत, गुड़ तथा लाल पुष्प डालकर अर्घ्य दें और उनसे अपनी परेशानियों को दूर करने के लिए प्रार्थना करें.

4.बुधवार के दिन 1 नारियल नीले वस्त्र में लपेटकर किसी भिखारी को दान करें.

5.जैसे ही कोई तनाव उत्पन्न हो, एक लोटे में पानी लेकर उसमें चार लालमिर्च के बीज डालकर अपने ऊपर सात बार वार लें और इसके बाद घर के बाहर सड़क पर फेंक दीजिये.

6.रोज हनुमान जी का पूजन करें, हनुमान चालीसा का पाठ करें. प्रत्येक शनिवार को शनिदेव को तेल चढाएं. एक जोड़ी चप्पल किसी गरीब को दान करें.

7.भय, चिंताओं और मानसिक परेशानियों को दूर करने के लिए कपूर का एक छोटा सा उपाय अवश्य ही करें. आप जिस कमरे में सोते हों, उस कमरे में कपूर का एक लैंप जलाएं. अगर घर पर कपूर का लैम्प ना हो तो वैसे ही किसी भी दिये या बर्तन में कपूर जला दिया करें. इससे समस्त भय दूर होते है, परेशानियों से छुटकारा मिलता है और परिस्थितियां अनुकूल होने लगती हैं.


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