शारदीय नवरात्रि 2024: कब से शुरू हो रहे शारदीय नवरात्रि पर्व ? घटस्थापना का शुभ मुहूर्त जाने संपूर्ण जानकारी ।

चित्र
               शारदीय नवरात्रि 2024              शारदीय नवरात्रि का पर्व मां दुर्गा को समर्पित है। शारदीय नवरात्रि सभी नवरात्रियों में सबसे ज्यादा लोकप्रिय व महत्वपूर्ण नवरात्रि है। इसलिए शारदीय नवरात्रि को महा नवरात्रि भी कहा जाता है। शारदीय नवरात्रि आश्विन मास में शरद ऋतु के समय आती है। शरद ऋतु होने के कारण इन्हें शारदीय नवरात्रि भी कहा जाता है। नवरात्रि के नौ दिन मां भवानी के नौ रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है।  शारदीय नवरात्रि 2024 की तिथियां- नवरात्रि का पहला दिन- 3 अक्टूबर, गुरुवार- मां शैलपुत्री पूजा नवरात्रि का दूसरा दिन- 4 अक्टूबर, गुरुवार- मां ब्रह्मचारिणी पूजा नवरात्रि का तीसरा दिन- 5 अक्टूबर, गुरुवार- मां चन्द्रघण्टा पूजा नवरात्रि का चौथा दिन- 6 अक्टूबर, गुरुवार- मां कूष्माण्डा पूजा नवरात्रि का पांचवां दिन- 7 अक्टूबर, गुरुवार- मां स्कन्दमाता पूजा नवरात्रि का छठवां दिन- 8 अक्टूबर, गुरुवार- मां कात्यायनी पूजा नवरात्रि का सातवां दिन- 9 अक्टूबर, गुरुवार- मां कालरात्रि पूजा नवरात्रि का आठवां दिन- 10 अक्टूबर, गुरुवार- मां सिद्धिदात्री पूजा नवरात्रि का नौवां दिन- 11 अक्टूबर, गुरुव

Neem Karoli Baba: नीम करौली बाबा के ये उपाय मानने से गरीब भी बन जाता है अमीर, दूर हो जाएगी दुख-दरिद्रता।



नीम करोली बाबा:



नीम करोली बाबा को हनुमान जी का अवतार माना जाता है. कहा जाता है कि जब बाबा 17 साल के थे, तभी उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हो गई थी और उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन हनुमान जी भक्ति में लगा दिया. अपने जीवनकाल में उन्होंने 108 हनुमान मंदिर का निर्माण भी कराया.


नीम करौली बाबा 20वीं सदी के महान संतों में से एक माने जाते हैं. इनके भक्तों की बात करें तो केवल देश में ही नहीं बल्कि दुनिया के कोने कोने से लोग उनके धाम पहुंचते हैं. भक्तों का मानना है कि नीम करौली बाबा भगवान हनुमान के ही अवतार हैं. जो भी उनके पास साफ और पवित्र मन से मुराद मांगता है वह अवश्य पूरी करते हैं.


विनाश का कारण बनता है अहंकार




नीम करौली बाबा के विचारों का अनुसरण करते हुए इस बात का ध्यान रखं कि कभी भी व्यक्ति को अपने अंदर किसी चीज के पाने का अहंकार नहीं पालना चाहिए. उनका मानना है कि सब कुछ भगवान करने वाला होता है. इसलिए खुद उस चीज का श्रेय लेकर अपने अंदर अहंकार न पाले.


भगवान की प्राप्ति का बनाएं लक्ष्य


नीम करौली बाबा अपने अगले विचार में कहते हैं कि व्यक्ति को जीवन में भगवान प्राप्ति का लक्ष्य बना कर उसी पर केवल चलना चाहिए. यदि रास्ते में कोई कठीनाई आए भी तो रूके नहीं बढ़ते चले क्योंकि भगवान आपके रास्ते को आगे बढ़ाने के लिए हमेशा साथ रहेंगे.


सांसारिक दुनिया का मोह त्यागे


नीम करौली बाबा का मानना है कि व्यक्ति को जीवन में सांसारिक दुनिया का मोह नहीं रखना चाहिए. ऐसे लोगों के आसपास रहने से उनसे लगाव हो जाता है, जो संतों के रास्ते का बाधा बन सकती है.


मन में दया का भाव रखें


नीम करौली बाबा का कहना है कि व्यक्ति को हमेशा मन में दया और चिंता का भाव रखना चाहिए. साथ ही हमेशा जरूरतमंदों की मदद अवश्य करनी चाहिए, ऐसा करने से भगवान खुश रहते हैं.


ईश्वर का करें ध्यान


नीम करौली बाबा के विचारों पर चलने के लिए दिन में कुछ समय ईश्वर के ध्यान के लिए निकालना चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन में कोई परेशानी नहीं रहेगी.






टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पशुपतिनाथ व्रत की विधि एवं कथा

शिव महापुराण में से बताए गए प्रदीप जी मिश्रा जी के अदभुत उपाय

इस वर्ष श्रावण का अधिकमास, भगवान महाकालेश्वर की निकलेगी 10 सवारी जानिए पूरी जानकारी