Shani Stuti: शनिवार को इस विधि से करें शनि स्तुति, शनि दोष की मुक्ति के लिए करे शनि स्तुति

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  Shani Stuti:  शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित है। इनको न्याय और कर्मफल के दाता कहा जाता है। जो लोग इस दिन विधि विधान से शनिदेव की पूजा करते हैं उनके जीवन में सफलता और सुख-समृद्धि आती है। आइए जानते है शनि स्तुति और इसका महत्व। शनि देव स्तुति नम: कृष्णाय नीलाय शितिकण्ठ निभाय च । नम: कालाग्निरूपाय कृतान्ताय च वै नम: ॥ नमो निर्मांस देहाय दीर्घश्मश्रुजटाय च । नमो विशालनेत्राय शुष्कोदर भयाकृते।। नम: पुष्कलगात्राय स्थूलरोम्णेऽथ वै नम: । नमो दीर्घाय शुष्काय कालदंष्ट्र नमोऽस्तु ते ॥ नमस्ते कोटराक्षाय दुर्नरीक्ष्याय वै नम: । नमो घोराय रौद्राय भीषणाय कपालिने ॥ नमस्ते सर्वभक्षाय बलीमुख नमोऽस्तु ते । सूर्यपुत्र नमस्तेऽस्तु भास्करेऽभयदाय च ॥ अधोदृष्टे: नमस्तेऽस्तु संवर्तक नमोऽस्तु ते । नमो मन्दगते तुभ्यं निस्त्रिंशाय नमोऽस्तुते ॥ तपसा दग्ध-देहाय नित्यं योगरताय च । नमो नित्यं क्षुधार्ताय अतृप्ताय च वै नम: ॥ ज्ञानचक्षुर्नमस्तेऽस्तु कश्यपात्मज-सूनवे । तुष्टो ददासि वै राज्यं रुष्टो हरसि तत्क्षणात् ॥ देवासुरमनुष्याश्च सिद्ध-विद्याधरोरगा: । त्वया विलोकिता: सर्वे नाशं यान्ति समूलत: ॥ प्रसाद कुरु...

2025 के लिए वास्तु टिप्स: नए साल में सुख-समृद्धि और शांति के लिए अपनाएं ये उपाय

 

2025 के लिए वास्तु टिप्स: नए साल में सुख-समृद्धि और शांति के लिए अपनाएं ये उपाय

नया साल जीवन में नई उम्मीदें और सकारात्मक ऊर्जा लेकर आता है। अगर आप चाहते हैं कि 2025 आपके लिए सुख-समृद्धि और शांति से भरा हो, तो वास्तु शास्त्र के इन उपायों को अपनाएं। यह न केवल आपके घर और कार्यस्थल को सकारात्मक ऊर्जा से भर देगा, बल्कि आपके मन को भी शांति प्रदान करेगा।



1. प्रवेश द्वार को स्वच्छ और सजीव बनाएं

  • मुख्य दरवाजा घर की समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत होता है।
  • दरवाजे के आसपास सफाई रखें और इसे चमकदार रंग से रंगें।
  • मुख्य द्वार पर स्वास्तिक, ओम या शुभ-लाभ का चिन्ह बनाएं।
  • शुभता के लिए दरवाजे पर तोरण और दरवाजे के पास तुलसी का पौधा रखें।

2. पूजा स्थान को सही दिशा में रखें

  • घर में पूजा स्थल उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) दिशा में होना चाहिए।
  • रोज़ाना दीपक जलाएं और घर में नियमित पूजा करें।
  • भगवान की मूर्तियों को दीवार से सटाकर न रखें।

3. घर में ताजे फूल और सुगंधित धूप का उपयोग करें

  • सकारात्मक ऊर्जा के लिए घर में रोज़ाना ताजे फूल सजाएं।
  • सुगंधित धूप और कपूर जलाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।

4. रसोईघर में रखें विशेष ध्यान

  • रसोईघर दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए।
  • गैस चूल्हा और पानी की व्यवस्था एक-दूसरे के विपरीत न हो।
  • रसोई में अनाज और दालें स्टील या कांच के डिब्बों में रखें।

5. दर्पण का सही उपयोग करें

  • दर्पण उत्तर या पूर्व दिशा में लगाएं।
  • बेडरूम में दर्पण का उपयोग न करें, अगर हो तो सोते समय उसे ढक दें।
  • टूटा हुआ दर्पण तुरंत हटा दें।

6. पानी का सही प्रबंधन करें

  • पानी का टपकना वास्तु दोष को बढ़ाता है।
  • पानी की टंकी को साफ रखें और उत्तर-पूर्व दिशा में रखें।

7. घर को साफ और अव्यवस्था से मुक्त रखें

  • घर में अनावश्यक वस्तुओं को जमा न करें।
  • फर्नीचर का स्थान सही तरीके से व्यवस्थित करें।
  • पुराने जूते, कपड़े और टूटी वस्तुएं घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।

8. फिश टैंक और क्रिस्टल का उपयोग करें

  • घर में फिश टैंक रखने से समृद्धि बढ़ती है।
  • क्रिस्टल बॉल घर के उत्तर दिशा में रखें।

9. रंगों का सही चयन करें

  • दीवारों पर हल्के और सकारात्मक रंगों का उपयोग करें जैसे सफेद, पीला, और हरा।
  • बेडरूम में गहरे और भड़कीले रंगों से बचें।

10. शुभ घड़ी और कलश का स्थान

  • घर में शुभ घड़ी लगाएं जो हमेशा चलती रहे।
  • मुख्य दरवाजे के पास पानी से भरा कलश रखें।

निष्कर्ष

वास्तु शास्त्र के यह उपाय आपके जीवन में सकारात्मकता, सुख-शांति और समृद्धि लाने में मदद करेंगे। नए साल का स्वागत सकारात्मक ऊर्जा और नई उम्मीदों के साथ करें।

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